Why is Pluto not a Planet?

Why is Pluto not a Planet ? 
(प्लुटो ग्रह क्यूँ नहीं हैं ?)
हैलो दोस्तो. कल के हमारे ब्लॉग मे हमने बीसवी संघर्षमयी सदी के बारे में जाना. यानी के पहले और दुसरे विश्वयुद्ध के बारे में जाना. दोस्तो, आपने प्लुटो का नाम तो सुना होगा. और आप ये सोच रहे होंगे कि प्लुटो हमारे सौर मंडल का ग्रह है. लेकिन दोस्तो , क्या आपको पता है कि, प्लुटो अब ग्रह नहीं रहा. तो दोस्तो, आज में आपको बताने वाला हूँ कि प्लुटो अब ग्रह क्यू नही रहा. आज मैं आपको प्लुटो कि पूरी कहानी बताने वाला हूँ. उसका व्यास 2372 किलोमिटर है. प्लूटो कि खोज 18 फरवरी 1930 को क्लाइड  टॉमबॉग ने कि थी। हमारी पृथ्वी इतना ज्यादा दूर मौजूद प्लुटो को एक समय पर ग्रह होने में मान हासिल था. तो चलिए दोस्तो जानते कि प्लुटो अब ग्रह क्यो नही रहा. 

English Translation

Hello friends. In our blog yesterday, we learned about the twentieth century. That is, to know about the first and second world war. Friends, you must have heard the name of Pluto. And you must be thinking that Pluto is the planet of our solar system. But friends, do you know that Pluto is no longer a planet? So friends, today I am going to tell you that Pluto is no longer a planet. Today I am going to tell you the whole story of Pluto. Its diameter is 2372 kilometer. Pluto was discovered by Clyde Tombog on 18 February 1930. Pluto, so far away from our Earth, had the honor of being a planet at one time. So friends, let us know why Pluto is no longer a planet.



                               Pluto

     

                      Clyde W. Tombaugh

दोस्तों, प्लुटो को 2006 से ग्रहो कि सूची से निकाला गया. और बौने ग्रह का करार दिया गया. दोस्तो, प्लुटो को सूरज की एक परिक्रमा लगाने के लिए 248 सालों का समय लगता है, और इसकी सूरज से दूरी 590 करोड किलोमिटर है. सूरज से इतने दूर होने के कारन सूरज के किरनो को प्लूटो तक पहुंचने में 5 घंटे और 2 मिनिटो का समय लगता है. जबकी सरज के किरनो को हमारी पृथ्वी पर प हुंचने मे लगभग 8.5 मिनिटो का समय लगता है. जबसे प्लूटो कि खोज कि गइ तबसे, 1930 से लेकर 2006 तक प्लुटो एक ग्रह था.



English Translation

Friends, Pluto was removed from the list of planets since 2006. And was called the dwarf planet. Friends, Pluto takes 248 years to orbit a sun, and its distance from the sun is 590 million kilometer. Due to being so far away from the sun, it takes 5 hours and 2 minutes for the sun's rays to reach Pluto. While it takes about 8.5 minutes for the king to reach our earth. Ever since Pluto was discovered, Pluto was a planet from 1930 to 2006.

       


1930 से लेकर 2006 तक प्लूटो एक ग्रह था, लेकिन हैरानी कि बात तो ये है कि इतने बडे समय मे उसने अपनी कक्षा का सिर्फ ⅓ हिस्सा  ही पुरा किया है, प्लूटो को अपनी कक्षा का पूरा अंतर पूर्ण करने में 150 सालो का समय और लगेगा, जैसा कि मैने आपको कुछ देर पहले बताया कि सूरज से प्लूटो कि दुरी काफी ज्यादा है, और यही वजह है कि यहा का तापमान -229 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता हैं. प्लूटो पर उसका ⅓ हिस्सा सिर्फ पानी ही है, लेकीन  पर मौजुद सारा का सारा पानी बर्फ बन चुका है. दोस्तो, प्लुटो इतना ज्यादा छोटा है कि इसका क्षेत्र फल, रशिया से भी काफी ज्यादा कम है. दोस्तो, प्लूटो की खोज के बाद लगातार 76 सालो तक को ग्रह माना गया, लेकिन अखिर मे ऐसा क्या हुवा के दुनिया ने इसे ग्रह मानने से इन्कार कर दिया.

English Translation

From 1930 to 2006, Pluto was a planet, but surprisingly, in such a long time it has completed only ⅓ parts of its orbit, it will take 150 years more for Pluto to complete the entire gap of its orbit. , As I told you some time ago that the distance of Pluto is much higher than the sun, and that is why the temperature here is around -229 ° C. Pluto has only ⅓ parts of it, but all the water has become ice, but the existing water. Friends, Pluto is so small that its area is much less than fruit, Russia. Friends, after the discovery of Pluto, it was considered a planet for 76 consecutive years, but what happened in the future, the world refused to accept it as a planet.
       
       


मित्रों, वास्तव में प्लूटो में 76 वर्षों के बाद भी कुछ नहीं बदला, लेकिन ग्रहों की परिभाषा बदल गई। इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन द्वारा अपनाए गए नए नियमों के अनुसार, एक खगोलीय वस्तु को केवल ग्रह के रूप में माना जाएगा, अगर यह पूरी तरह से गोल है, सूर्य या किसी अन्य तारे की परिक्रमा करता है और इसे अपनी कक्षा के आसपास के हिस्से को पूरी तरह से साफ करना है। करना भी होगा, अर्थात्, इसके चारों ओर सभी खगोलीय पिंड गुरुत्वाकर्षण के कारण इससे टकराते हैं, या गुरुत्वाकर्षण के कारण खगोलीय पिंड इसके चारों ओर घूमने लगते हैं या इसे आकार दिया जा सकता है, दोस्तों, प्लूटो पहले दो बार बाहर निकलता है ये तीन स्थितियां। पूर्णताएं, अर्थात, प्लूटो भी गोल है और सूर्य के चारों ओर घूमता है। लेकिन वास्तव में प्लूटो तीसरी शर्त को पूरा नहीं करता है और इसलिए मित्र प्लूटो को 2006 से ग्रहों की सूची से बाहर रखा गया था।

English Translation

Friends, actually nothing changed in Pluto even after 76 years, but the definition of planets changed. According to the new rules adopted by the International Astronomical Union, an astronomical object will be considered as a planet only if it is completely round, orbiting the sun or any other star and it has to clean the surrounding part of its orbit completely. Will also have to do, that is, all the astronomical objects around it collide with it due to gravity, or due to gravity, the astronomical objects start to revolve around it or it can be shaped, Friends, pluto the first two conditions out of these three conditions. Completes, that is, Pluto is also round and revolves around the sun. But in reality Pluto does not fulfill the third condition and hence Friends Pluto was excluded from the list of planets from 2006.

दोस्तो, 2006 में जब प्लूटो को ग्रहो कि सूची से निकाला गया तो उसे एक नया नाम भी दिया गया. और वो नया नाम है बौना ग्रह. और शायद आपको पता नही कि प्लुटो अकेला बौना ग्रह नहीं, इसके अलावा 4 और बौने ग्रह भी मौजूद है. जिस समय प्लुटो को ग्रहो कि सूची से निकाला गया उस समय प्लुटो सूरज से सबसे अधिक दूरी पर था. लेकिन एक समय ऐसा आता है कि प्लूटो से ज्यादा नेपच्यून सूरज से अधिक दूरी पर होता है. क्योकी प्लूटो सूरज का चक्कर एलिपटिकल कक्षा में लगता है, जिसकी वजह से प्लूटो नेपच्यून का रास्ता काटके नेपच्यून के मुकाबले सूरज के ज्यादा करिब आता है. और ऐसाही एक समय आया था 1979 से 1999 के बीच मे. और इन 20 सालो मे सूरज के सबसे दुर वाला ग्रह भी नेपच्यून ही था.

English Translation

Friends, in 2006, when Pluto was removed from the list of planets, it was also given a new name. And that new name is dwarf planet. And perhaps you do not know that Pluto is not the only dwarf planet, besides 4 other dwarf planets are also present. At the time when Pluto was removed from the list of planets, Pluto was at the most distance from the sun. But there comes a time that Neptune is more distant from the sun than Pluto. Because Pluto's orbit of the sun takes place in an elliptical orbit, due to which Pluto cuts Neptune's path more than the Neptune's. And one such time came between 1979 and 1999. And in these 20 years, the worst planet in the sun was also Neptune.


दोस्तो, मैं आपको यह बतादु 248 सालो में, 20 सालो  के लिए नेपच्युन सुरज से सबसे अधिक दूरी पर होता है. प्लूटो अपने अक्ष पर काफी ज्यादा धीरे से घूमता है, और यही वजह है की प्लुटो का 1 दिन हमारे पृथ्वी के 6.5 दिनों के बराबर है. लेकिन दोस्तो, आपको सुनकर हैरानी होगी की इतना छोटा होने के बावजूद भी प्लूटो के 5 चांद लेकिन वही हमारे पृथ्वी का सिर्फ एक ही चांद है. तो दोस्तो, याद रखी, हमारा सौरमंडल 9 नही, बल्की 8 ग्रहों और 1 सूरज से मिलकर बना हुवा है. इसकी उत्पत्ती हुई थी करीब 4.6 अरब साल पहले. इन आठ ग्रहो मे से चार जायन्ट्स गैस प्लॅनेट्स हैं और चार रॉकी प्लॅनेट्स है. लेकिन जैसा की आप जानते हो की हमारे स्कूल के दिनो मे हमे ये पढाया जाता था, कि हमारे सौरमंडल मे कुल नौ ग्रह है और उनमें से सबसे छोटा ग्रह है प्लूटो. प्लूटो सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह होने के साथ सबसे आखरी ग्रह भी हैं. 2006 में प्लूटो को ग्रहाे कि सूची से निकाला गया.

English Translation
Friends, let me tell you that in 248 years, it has been the highest distance from Neptune Sun for 20 years. Pluto rotates much more slowly on its axis, and that is why 1 day of Pluto is equal to 6.5 days of our Earth. But friends, you will be surprised to hear that despite being so small, 5 moons of Pluto but he is only one moon of our earth. So friends, remember, our solar system is made up of not 9, but 8 planets and 1 sun. It originated around 4.6 billion years ago. Four of these eight planets are gas planets and four are rocky planets. But as you know, during our school days we were taught that there are a total of nine planets in our solar system and Pluto is the smallest of them. Pluto is the smallest planet in the solar system and is also the last planet. In 2006, Pluto was removed from the list of planets.

        

आइये हम इसे और विस्तृर से पढे. 2006 में आंतरराष्ट्रीय खगोलिय संघ ने अपने 26 मे जनरल असेंब्ली मे प्लुटो को एक  डवॉरफ यानी के बौने ग्रह का दर्जा दिया गया. बहुत से लोग ऐसा सोचते है की प्लुटो को क्यू नष्ट कर दिया गया? क्या प्लूटो आज अस्तित्व मे हैं.  साल 1977 मे वोयाजर स्पेस क्राफ्ट को लांच किया गया था. पहले वोजायर 2 को और उसके कुछ दिनों बाद वोजायर 1 को लाँच किया गया था. ये हमारे पहले दो स्पेसक्राफ्ट थे, जिन्होंने हमारे गैस प्लॅनेट्स को करीब से देखने मे मदत की. इन में लगे लगे कॅमेरा बंद करने के बाद भी आज इन्होने अपना सफर जारी रखा है. लेकिन वोजायर मे हमसे प्लुटो छूट गया था. हम प्लुटो को करीब से नही देख पाये थे. साल 1930 ने, अमेरिकन खागोलवैज्ञानिक क्लाईड ने प्लुटो की खोज करके उसे हमारे सौरमंडल का नौवा ग्रह घोषित कर दिया था।

English Translation

Let us study it in more detail. In 2006, the International Astronomical Union, in its 26th General Assembly, gave Pluto the status of a dwarf planet. Why do many people think that Pluto was destroyed? Does pluto exist today The Voyager Space Craft was launched in the year 1977. Wozair 2 was launched first and Voyager 1 was launched a few days later. These were our first two spacecraft, which helped us to look closely at our gas planets. Even after closing the cameras engaged in these, today they have continued their journey. But we missed Pluto in Voyager. We could not see Pluto up close. In 1930, the American astronomical Clyde discovered Pluto and declared it the ninth planet in our solar system.

     


                            Voyager 

उस समय खगोलवैज्ञानिक ये मानते थे की प्लूटो आकार मे मर्क्युरी यानी बुध से भी बड़ा है, लेकीन कुछ यह बात मानने को राजी नही थे. प्लुटो बाकी ग्रहो से बिल्कुल बिलकुल अलग था. ये एक बर्फ का गोला था जिसकी सतह का तापमान -229 डिग्री सेल्सिअस के आसपास था. प्लुटो की कक्षा भी बाकी ग्रहो की कक्षा से बिल्कुल अलग है. सभी ग्रहो की कक्षा लगभग गोलाकार है लेकिन प्लुटो की कक्षा अंडाकार हैं. प्लुटो सूरज के चारो ओर, और 17 डिग्री के कोन मे घुमता हैं. लेकिन प्लुटो की खोज होने से पहले ही खगोल वैज्ञानिको ने इसकी तस्वीरे ले ली थी. लेकीन उन्होने इसपर ध्यान नही दिया. 1840 में फ्रेंच गणिततज्ज्ञ अरबन ले वेरिअर ने नेपच्यून के बारे मे बताया था. अपने गणिती के गनना के जरिये. उन्होंने देखा की युरेनस की कक्षा में कोई चीज प्रभाव डाल रहा है, तो उसी की विश्लेषण मे उन्होंने नेपच्युन की खोज की थी.

English Translation


At that time astronomers believed that Pluto is larger than Mercury in size, but some were not ready to accept this. Pluto was completely different from the rest of the planets. It was an ice ball whose surface temperature was around -229 degrees Celsius. The orbit of Pluto is also completely different from the orbit of other planets. The orbit of all the planets is almost spherical but the orbits of Pluto are oval. Pluto moves around the sun, and in a 17 degree cone. But before Pluto was discovered, astrophysicists had taken pictures of it. But he did not pay attention to it. In 1840, the French mathematician Urban Le Verrier told about Neptune. Through the calculations of your mathematician. He saw that something was influencing Uranus' orbit, so he discovered Neptune in his analysis.
 
      
                  Urban Le Verrier

लेकिन नेपच्यून के निरिक्षण के बाद खागोलवैज्ञानिको ने देखा कि युरेनस कि कक्षा को केवल नेपच्युन ही नही बल्की उसके पीछे मौजूद कोई चीज बाधा डाल रही है. आखिर मे वो क्या था? खागोलवैज्ञानिक इसकी खोज मे लग गए. उसके बाद साल 1906 में अमेरिकन गणितज्ज्ञ पर्सिबल लोवेल ने एक प्रकल्प की शुरुवात की. संभावित नौवें ग्रह कि खोज. जिसका नाम उन्होने ग्रह एक्स रखा. साल 1915 मे लोवेल के जाने बिना ही उनके सर्व्हे मे प्लुटो की दो धुंधली तस्वीरे खींच ली गई, लेकिन उसपर किसीने ज्यादा ध्यान दिया नही, उसके बाद कुछ कानुनी कारवाही की वजह से  लोवेल का ये प्रकल्प बंद कर दिया गया. लेकिन साल 1929 मे इस प्रकल्प को फिरसे शुरू कर दिया गया और ग्रह एक्स को खोजने की जिम्मेदारी क्लाईड टॉमबोग को दी गई. फिर 1 साल कठीन परिश्रम के बाद 18 फेब्रुवारी 1930 को प्लुटो की खोज की गई.

English Translation

But after the observation of Neptune, the astronomers saw that the orbit of Uranus was not only Neptune but something that was obstructing him. What was that in the end? Astronomers started searching for it. Then in 1906, the American mathematician Percival Lowell started a project. Discovery of a possible ninth planet. Which he named Planet X. In 1915, two blurry pictures of Pluto were taken in his possession without knowing Lowell, but nobody paid much attention to him, then after some legal action, this project of Lowell was stopped. But in the year 1929, this project was resumed and the responsibility of finding Planet X was given to Clyde Tombog. Then Pluto was discovered on 18 February 1930 after 1 year of hard work.
 
          

Percival Lowell

प्लुटो कि खोज के बाद क्लाइड दुनिया मे बहुत प्रसिध्द हो गया, और सौरमंडल का नया सदस्य नौवा ग्रह बन गया, लेकिन शुरुवात मे प्लुटो के आकार तथा वस्तुमान की जो भी गनना की गई वो धीरे धीरे गलत साबीत हो गई. शुरुवात मे वैज्ञानिको को यह लगा के प्लुटो का वस्तुमान हमारे धरती के वस्तुमान के बराबर है लेकिन जैसे जैसे इसपर पढाई कि जाने लगी वैसे वैसे पता चल गया की इसका वास्तविक वस्तुमान हमारी गणना से काफी कम हैं. साल 1978 में जब हमने प्लुटो का पहला चंद खोजा तब हम वास्तव मे प्लूटो के वास्तविक वस्तुमान को जानने के काबिल बने, और हमें मालुम पडा के प्लुटो का वस्तुमान हमारे धरती की तुलना से सिर्फ 0.2 प्रतिशत हैं और इसका आकार बहुत छोटा है. प्लुटो इतना छोटा है की इसका गुरूत्वाकर्षन युरेनस की कक्षा में कोई प्रभाव नही डाल सकता.
 
English Translation

After the discovery of Pluto, Clyde became very famous in the world, and the new member of the solar system became the ninth planet, but initially the size and object of Pluto was calculated to be wrong. Initially, scientists thought that Pluto's value was equal to our Earth's value, but as soon as it was studied, it came to know that its actual value is much lower than our calculations. In 1978, when we discovered the first moon of Pluto, we were really able to know the true value of Pluto, and we found the current of Pluto in Malum Pada is only 0.2 percent larger than our Earth and it is very small. Pluto is so small that its gravitation cannot affect Uranus' orbit.

इसिलिए प्लुटो को लोवेल के ग्रह एक्स के श्रेणी से निकाला गया. लेकिन प्लुटो अभी भी एक ग्रह था. लेकिन हमारे पास प्लुटो की अच्छी तस्वीरें नहीं थी. उसके बाद खगोल वैज्ञानिक प्लूटो की बनावट के बारे में पढाई करने में लग गए. लेकिन प्लुटो के बनावट के बारे मे पढाई करने के लिए हमे 7.5 अरब किलोमिटर दूर जाना था, ताकी हम प्लूटो को करीब से देख सके. लेकिन प्लुटो तक जाना कोई साधारन काम नही था. इसके लिए हमे एक सटीक समय, कोन और वेग की जरूरत भी थी. अगर इन तीनो मे से एक भी गलत हो गया तो हम अपनी मंजिल को खो देंगे. उसके बाद किये गये, वोयाजर मिशन ने हमारे सोलर सिस्टिम के गैस जाऐंटस को करिब से भी देखने और पढने में हमारी मदद की, लेकिन प्लुटो अब भी हम  से बचा हुंवा था.

English Translation

That is why Pluto was removed from Lowell's planet X category. But Pluto was still a planet. But we did not have good pictures of Pluto. After that, astronomers began to study Pluto's design. But to study Pluto's design, we had to go 7.5 billion kilometers away, so that we could see Pluto closely. But going up to Pluto was not a simple task. For this we also needed a precise time, cone and velocity. If one of these three goes wrong then we will lose our destination. After that, the Voyager mission helped us to see and read the gas giant of our solar system from the Caribbean too, but Pluto was still away from us.

19 जनवरी 2006 मे अमेरिका के नासा ने अपने न्यु होरिजोन स्पेसक्राफ्ट को लांच किया, जो कि प्लुटो के लिए भेजा गया पहला स्पेसक्राफ्ट था. जो अपने 9 साल 5 महीनो के सफर के बाद यानी साल 2015 मे प्लुटो को करीब से देखनेवाला था. न्यू होरिजोन बहुत ही खास तकनीक से बनाया गया स्पेसक्राफ्ट था, और प्लटो तक जल्दी पहुँचने के लिए उसने ज्युपिटर का सहारा लिया. ज्यूपिटर के फ्लाय बाय ने इस स्पेसक्राफ्ट को ग्रेविटेशनल स्लींगशॉट दिया, जिससे उसकी गती 20 प्रतिशत और तेज ये गई और होरिजोन 15 जनवरी 2015 को आखिरकार न्यू हॉरीजोन अपनी मंजिल तक पहुँच ही गया. लेकिन प्लूटो न्यू हॉरिजोन को आखरी मंजिल नहीं थी, क्योकी इसके  बाद उसे क्यूपर बेल्ट तक जाना था. इसीलिए हमारे पास ज्यादा समय नहि था प्लुटो कि पढाई के लिये. लेकिन न्यू  होरीजोन ने प्लुटो के बारे में काफी जानकारी भी दि इससे हमे प्लूटो की पढाई करने में काफी मदत मिली.

English Translation

On 19 January 2006, NASA of the US launched its New Horizon spacecraft, the first spacecraft ever sent to Pluto. Who was going to see Pluto closely after his 9 years and 5 months journey. The New Horizon was a spacecraft made with very special technology, and used the Jupiter to reach Plato quickly. Jupiter's Fly By gave this spacecraft a gravitational slingshot, making its speed 20 percent faster, and Horizon finally reached its destination on January 15, 2015. But Pluto was not the last destination for New Horizons, because after this he had to go to the Kuiper Belt. That is why we did not have much time to study Pluto. But New Horizon also gave a lot of information about Pluto, this helped us a lot in studying Pluto.
 
            

लेकिन क्या आपको पता है, कि प्लुटो पर भेजे गए पहले स्पेसक्राफ्ट न्यू होरीझोन स्पेसक्राफ्ट मे प्लुटो की खोज करने वाले क्लाईड की आस्थियां भी भेजी गई थी. ये उनके लिए बहुत बड़े सम्मान की बात थी. उसके बाद 2005 मे एक नए पिंड की खोज कि गई जो प्लुटो से भी दूर था, और प्लुटो से बड़ा भी था जिसका नाम रखा गया एरिस, जिसने आंतरराष्ट्रीय खगोलिय संघटन को ग्रहो की परिभाषा को दोबारा लिखने पर मजबूर कर दिया और 26 
मे जनरल असेंब्ली मे किसी भी खगोलिय पिंड को ग्रह  कहने के लिए नई शर्ते लागू कि गई. लेकिन इन शर्तो मे से प्लूटो एक शर्त पूरी नही कर रहा था. और के शर्त थी के कोई भी खगोलिय पिंड अपने आसपास के पिंड के चक्कर लगाए या फिर इससे टकराकर इससे जुड, इसिलिए प्लुटो को ग्रहो की श्रेणी से निकालकर बौना ग्रह यह नाम दिया गया. प्लुटो को नष्ट नही किया हैं, प्लुटो भी अस्तित्व मे है और साल मे हम प्लुटो को करीब से देख पाये थे.

 English Translation

But do you know that the first spacecraft sent to Pluto was also sent to Clyde's assets searching for Pluto in the New Horizon spacecraft. It was a great honor for him. Then in 2005 a new body was discovered that was even farther from Pluto, and bigger than Pluto, named Eris, which forced the international astronomical union to rewrite the definition of planets and 26 In the General Assembly, new conditions were introduced to call any celestial body as a planet. But of these conditions, Pluto was not fulfilling a condition. And the condition was that any celestial body orbited around it or collided with it, hence Pluto was called the dwarf planet after taking it out of the planets. Pluto is not destroyed, Pluto is also in existence and in the year we were able to see Pluto up close.

प्लुटो का वायुमंडल मुख्य रूप से नाइट्रोजन से बना है, जो सतह से 1,600 किमी ऊपर फैला हुआ है. मीथेन वायुमंडल का एक और घटक है और यह सूर्य के प्रकाश के कारण एथिलीन और एसिटिलीन को मीथेन गैस कणों को तोड़ने के कारण बनता है. अंतरिक्ष यान द्वारा प्लूटो में एक दिल के आकार का क्षेत्र भी खोजै गया है जिसे स्पुटनिक प्लानम कहा जाता है. यह क्षेत्र नाइट्रोजन, कार्बन मोनोऑक्साइड और मीथेन आयनों से बना हुआ है. प्लूटो पर पृथ्वी की तुलना में 10,000 गुना कम सतह का दबाव  हैं.

English Translation

Pluto's atmosphere is mainly composed of nitrogen, which extends 1,600 km above the surface. Methane is another component of the atmosphere and it causes ethylene and acetylene to break down methane gas particles due to sunlight. A heart-shaped area in Pluto has also been discovered by the spacecraft called the Sputnik Planum. The region is made up of nitrogen, carbon monoxide and methane ions. Pluto has 10,000 times lower surface pressure than the Earth.

सूर्य की तीव्रता पृथ्वी पर पूर्ण दिन की तुलना में प्लूटो पर 1/900 गुना धुंधली है यानी के प्लुटो पर गर्मी बेहद कम है. प्लूटो के 5 उपग्रहों (चाँद) को क्रमश : चांद चारोन (1978 में खोजे गए), हाइड्रा और निक्स (दोनों 2005 में खोजे गए), के.रोस मूल रूप से पी 4(2011 की खोज) और स्टाइलिक्स मूल रूप से पी 5 (2012 की खोज) में खोजा गया था. विज्ञानिको कि खोज के अनुसार बौना ग्रह प्लुटो पर एक तिहाई बर्फ के रूप में जल व दो तिहाई चट्टान है. 
इस गृह के सौरमंडल में होने कि सबसे पहले भाविष्यवाणी 1915 में Percival Lowell द्वारा की गई थी. प्लूटो का आकार, संरचना, सूर्य और चंद्रमा से दूरी का आकार: इत्यादि जानकारी कि पुस्टि NASA के न्यू होराइजंस मिशन के द्वारा कि गई है. प्लूटो गृह नेप्च्यून की कक्षा से परे एक डिस्क के आकार के क्षेत्र में स्थित है. इस क्षेत्र को क्विपर बेल्ट कहा जाता है.

English Translation

The intensity of the Sun is 1/900 times fogier on Pluto than on a full day on Earth, meaning the heat on Pluto is extremely low. The 5 satellites (moon) of Pluto are Chand Charon (discovered in 1978), Hydra and Nix (both discovered in 2005), K.Rose originally P4 (discovered 2011) and Stylix originally P5. (2012 search). According to the discovery of scientists, on the dwarf planet Pluto, one-third of water and two-thirds of rock is in the form of ice. The first predictive of this house being in the solar system was made in 1915 by Percival Lowell. Pluto's size, structure, distance from the sun and moon: etc. Information that has been confirmed by NASA's New Horizons mission. The Pluto house is located in a disk-shaped region beyond the orbit of Neptune. This area is called the Kuiper Belt.

दोस्तो, आपको ये प्लुटो ग्रह कैसा लगा? हमे कमेंट करके बताये.  और हमारे इस ब्लॉग के बारे मे भी आपकी राय दे. अगर आपके हमारे ब्लॉग के लिये कोई सुझाव हैं तो मै आपके सुझावो का हमेशा  से स्वागत करुंगा. अगर आप दुनिया के बारे में जानना चाहते है तो हमारा ब्लॉग रोज पाढते रहीये. आपके लिये नई नई जानकारी रोज लाता रहूंगा. धन्यवाद दोस्तो. अपना खयाल रखे.

English Translation

Friends, how did you like this planet Pluto? Comment us and tell us. And also give your opinion about this blog of ours. If you have any suggestions for our blog, I will always welcome your suggestions. If you want to know about the world, then read our blog daily. I will keep bringing you new information daily. Thanks guys Take care of yourself.














 
























Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

Armenia - Azerbaijan Conflict.